प्रयागराज. दान पर मिली इस जमीन का लीज रेंट विश्वविद्यालय प्रशासन को जमा करना था। सूत्रों के मुताबिक बीच में कुछ समय के लिए लीज रेंट जमा नहीं किया गया और यहीं से विवाद शुरू हो गया। वहीं, पीडीए ने इस दावे को खारिज किया है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के शहर में पहले फाइव स्टार होटल के प्रोजेक्ट पर संकट मंडराता नजर आ रहा है। जमीन को लेकर विवाद सामने आने के बढ़ाने के बाद पीडीए के लिए इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा पाना चुनौती साबित होगा। इस जमीन पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) और पीडीए के अधिकारी अपना-अपना दावा जता रहे हैं।
रसायन विभाग के पूर्व अध्यक्ष और जाने माने वैज्ञानिक प्रो. नीलरतन धर ने 1949 में अपना वेतन, मकान आदि तमाम वस्तुएं इविवि को दान में दी थीं। शीलाधर मृदा शोध संस्थान 1952 में अपनी पत्नी के नाम पर स्थापित किया था। मम्फोर्डगंज स्थित यह संस्थान रसायन विभाग का हिस्सा है। इविवि प्रशासन के सूत्रों कहना है कि जमीन शीलाधर संस्थान की है और विवि को प्रतिवर्ष एक रुपये की लीज पर दी गई थी।