अमरोहा। नगर पालिका परिषद में फर्जी रसीदों का खेल कर लाखों रुपये का घोटाला करने वाला आरोपी कर्मचारी फंसता नजर आ रहा है। ईओ ने उसे गोशाला में संबद्ध करने का दावा किया है। इस प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की है। घोटाला उजागर होने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
यह फर्जीवाड़ा नगर पालिका परिषद अमरोहा में हुआ है। वर्तमान में चपरासी के पद पर तैैनात एक कर्मचारी कुछ दिन पहले अमीन के पटल पर तैनात था। इस दौरान उसने नगर पालिका की फार्म- पांच, बुक संख्या 3176 और 3044 की फर्जी रसीद बुक छपवा लीं थी. जिसके माध्यम से उसने सरकारी लाखों रुपये के का गबन किया। एक नंबर की दो रसीदों पर अलग-अलग दो कर दाताओं से रुपयों की वसूली की गई है। शिकायतकर्ता का दावा है कि इस घोटाले में पालिका द्वारा आरोपी कर्मचारी के खिलाफ केवल खानापूर्ति की गई। निलंबित करने के कुछ बाद ही उसे बहाल कर दिया गया। अधिकारियों ने पालिका की इस कार्रवाई को आरोपी कर्मचारी की सेवा पुस्तिका में भी अंकित नहीं किया गया। नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से आरोपी उसी कर अमीन के पटल पर काम कर रहता रहा है, जहां उसने लाखों रुपये का घोटाला किया था। फिलहाल अमर उजाला ने ‘नगर पालिका में फर्जी रसीदों का खेल, लाखों रुपये का घोटाला’ शीर्षक से घोटाले का खुलासा किया तो जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है। आनन-फानन में एडीएम विनय कुमार ने पूरे मामले में जांच रिपोर्ट तलब की है। उधर, ईओ बृजेश कुमार ने जांच के लिए टीएस (कर अधीक्षक), एकाउंटेंट और जेई (जलकल) सहित तीन सदस्य टीम गठित की है। उधर, प्रकरण को गंभीरता से लेकर ईओ ने आरोपी कर्मचारी को कांठ रोड स्थित गोशाला से संबद्ध कर दिया है। अब नगर पालिका मामले की जांच दो दिन में एडीएम को सौंपेगी। इसके बाद आरोपी कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है।