चुनाव के बाद हुई हिंसा में सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामलों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। सीबीआई ने यह तीन मामले इस साल 19 अगस्त को पारित कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में दर्ज किए हैं।
पश्चिम बंगाल में सीबीआई ने चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में बुधवार को तीन और मामले दर्ज किए हैं। सीबीआई ने यह मामले इस साल 19 अगस्त को पारित कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में दर्ज किए हैं। अब इन मामलों में सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामलों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है।
पहला मामला
सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक, 16 मई, 2021 को कोलकाता के गोल्फ ग्रीन पुलिस स्टेशन में पहला मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में आरोपी ने शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों पर बांस, रॉड, ब्लेड आदि से हमला किया। इस हमले में पीड़ितों को काफी चोटें आईं थी, जिसके बाद पीड़ितों को पीजी अस्पताल में ले जाया गया।इलाज पूरा होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई। बाद में कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, पुलिस द्वारा आईपीसी की धारा 354 और 506 को मामले में जोड़ा गया।
दूसरा मामला
सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक दूसरा मामला पश्चिम बंगाल के जिला दक्षिण दिनाजपुर के थाने गंगारामपुर में 1 मई 2021 को दर्ज किया गया मुकदमा है। इस मामले में मृतक के संबंधियों ने आरोप लगाया था कि आरोपियों ने धारदार हथियारों और लाठियों आदि से हमला किया। जिसके चलते उनका एक परिजन गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे गंगारामपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
तीसरा मामला
पश्चिम बंगाल के जिला पूर्वी 24 परगना के थाने अमडंगा से जुड़ा हुआ है। इस मामले में शिकायतकर्ता महिला ने आरोप लगाया था कि आरोपियों ने उसके पति की हत्या कर दी और उसका शव पेड़ से लटका दिया गया था जो 10 मई 2021 को पेड़ से लटका मिला था।
सीबीआई ने अब तक 43 मामले दर्ज किए हैं और इन मामलों में जांच लगातार जारी है। 2 मई को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से पश्चिम बंगाल में विभिन्न स्थानों पर हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं।